Donald Trump Tariffs 2025 ने भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश को झटका दिया! अमेरिका ने 100 से अधिक देशों पर नए टैरिफ की घोषणा की, भारत पर 26%, पाकिस्तान पर 29% और बांग्लादेश पर 37% टैरिफ लागू। पूरी खबर पढ़ें।
वाशिंगटन: जब भारत में अधिकांश लोग सो रहे थे, तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस के रोज़ गार्डन से एक ऐसी घोषणा की, जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया। ट्रम्प ने बुधवार, 2 अप्रैल 2025 को 100 से अधिक देशों पर नए टैरिफ (आयात कर) लागू करने का ऐलान किया। इस टैरिफ को ट्रम्प ने “लिबरेशन डे” यानी “स्वतंत्रता दिवस” का नाम दिया। ट्रम्प ने अपने दोस्तों को भी नहीं बख्शा और भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों पर भारी टैरिफ थोप दिया। यह टैरिफ 9 अप्रैल 2025 से लागू होंगे, साथ ही सभी आयात पर पहले से घोषित 10% बेसलाइन टैरिफ भी प्रभावी होगा।
Table of Contents:
1-Donald Trump Tariffs: क्या है यह नई नीति?
2-टैरिफ क्या होता है? समझें आसान भाषा में
3-भारत पर 26% टैरिफ: ट्रम्प ने क्यों लिया यह फैसला?
4-पाकिस्तान और बांग्लादेश पर भारी टैरिफ: 29% और 37% का बोझ
5-भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश पर टैरिफ का प्रभाव
6-सबसे ज्यादा और सबसे कम टैरिफ: किस देश पर कितना?
Donald Trump Tariffs 2025: क्या है यह नई नीति?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल 2025 को व्हाइट हाउस में एक चार्ट बोर्ड के साथ अपनी नई टैरिफ नीति की घोषणा की। इस चार्ट में उन देशों के नाम थे, जो अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाते हैं, और अब अमेरिका उन पर जवाबी टैरिफ लागू करेगा। ट्रम्प ने कहा कि यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उठाया गया है। सभी आयात पर कम से कम 10% टैरिफ लागू होगा, जबकि कुछ देशों पर इससे कहीं अधिक टैरिफ लगाया गया है।
Tariffs क्या होता है? समझें आसान भाषा में:
टैरिफ एक तरह का कर (टैक्स) होता है, जो किसी देश की सरकार आयात होने वाले सामानों पर लगाती है। इसका मकसद घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देना, आयात को कम करना और सरकारी आय बढ़ाना होता है। उदाहरण के लिए, अगर भारत से अमेरिका में कपड़े आयात होते हैं और अमेरिका 26% टैरिफ लगाता है, तो कपड़ों की कीमत में 26% की बढ़ोतरी हो जाएगी। इससे आयातित सामान महंगा हो जाता है, जिससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलता है, लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार को प्रभावित कर सकता है।
भारत पर 26% Tariffs: ट्रम्प ने क्यों लिया यह फैसला?
ट्रम्प ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने की घोषणा की। उनके चार्ट के अनुसार, भारत अमेरिकी सामानों पर 52% टैरिफ लगाता है। ट्रम्प ने कहा, “भारत बहुत सख्त है। प्रधानमंत्री मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन उन्होंने हमारे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया। वे हम पर 52% टैरिफ लगाते हैं। हमें समझना होगा कि हमने उन पर सालों तक कोई टैक्स नहीं लगाया।” ट्रम्प ने मोटरसाइकिलों का उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका अन्य देशों से मोटरसाइकिलों पर केवल 2.4% आयात शुल्क लेता है, जबकि कई देश 60-70% टैक्स वसूलते हैं।
पाकिस्तान और बांग्लादेश पर भारी Tariffs: 29% और 37% का बोझ
ट्रम्प का टैरिफ हथौड़ा भारत के पड़ोसियों पर भी चला। पाकिस्तान पर 29% और बांग्लादेश पर 37% टैरिफ लगाया गया है। ट्रम्प के चार्ट के मुताबिक, पाकिस्तान अमेरिकी सामानों पर 58% और बांग्लादेश 74% टैरिफ लगाता है। यह टैरिफ भारत से 3% और 11% अधिक है। ट्रम्प ने इन देशों को भी अपने टैरिफ के दायरे में लाकर साफ कर दिया कि वह किसी को नहीं बख्शेंगे।
भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश पर Tariffs का प्रभाव:
भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश की अर्थव्यवस्थाओं पर इस टैरिफ का गहरा असर पड़ेगा। भारत के लिए यह टैरिफ निर्यात को प्रभावित कर सकता है, खासकर ऑटोमोबाइल और टेक्सटाइल सेक्टर में। पाकिस्तान की टेक्सटाइल इंडस्ट्री, जो अमेरिका को अपनी बड़ी निर्यात हिस्सेदारी भेजती है, पहले से ही वैश्विक प्रतिस्पर्धा और घरेलू संकटों से जूझ रही है। इस टैरिफ से उसकी मुश्किलें और बढ़ेंगी। बांग्लादेश की रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री, जो उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और अमेरिका को लगभग 6 बिलियन डॉलर का निर्यात करती है, इस नीति से बुरी तरह प्रभावित होगी। इन देशों में व्यापार घाटा बढ़ेगा, रोजगार के अवसर कम होंगे और विदेशी मुद्रा भंडार पर भी असर पड़ेगा।
सबसे ज्यादा और सबसे कम Tariffs: किस देश पर कितना?
ट्रम्प ने विभिन्न देशों पर अलग-अलग टैरिफ लगाए हैं। यहाँ कुछ प्रमुख देशों की सूची दी गई है:
कंबोडिया: 49%
वियतनाम: 46%
श्रीलंका: 44%
बांग्लादेश: 37%
थाईलैंड: 36%
चीन: 34%
पाकिस्तान: 29%
भारत: 26%
दक्षिण कोरिया: 25%
जापान: 24%
यूरोपीय संघ: 20%
यूके, ब्राजील, सिंगापुर, चिली, ऑस्ट्रेलिया: 10%
Tariffs से वैश्विक व्यापार पर क्या असर?
डोनाल्ड ट्रम्प टैरिफ 2025 ने वैश्विक व्यापार में हलचल मचा दी है। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों पर इसका आर्थिक प्रभाव गहरा होगा। यह टैरिफ न केवल व्यापार को प्रभावित करेगा, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और सांप्रदायिक संबंधों पर भी असर डालेगा। क्या यह टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा या वैश्विक मंदी को बढ़ावा देगा? यह सवाल अभी अनुत्तरित है।
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